'लापता लेडीज' के ऑस्कर चयन पर स्पर्श श्रीवास्तव की प्रतिक्रिया: आलोचना के बीच सकारात्मकता पर ध्यान

भारत की ओर से ऑस्कर 2025 के लिए किरण राव की फिल्म ‘लापता लेडीज’ को आधिकारिक रूप से चयनित किया गया है। यह खबर फिल्म की टीम के लिए गर्व और उत्साह से भरी है, लेकिन इसके चयन पर विवाद भी खड़ा हो गया है। कई लोग मानते हैं कि पायल कपाड़िया की ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ को नजरअंदाज करना गलत था। इस आलोचना के बावजूद, फिल्म में दीपक कुमार की भूमिका निभाने वाले अभिनेता स्पर्श श्रीवास्तव का मानना है कि इस मौके का जश्न मनाना ज्यादा महत्वपूर्ण है।

स्पर्श, जो वर्तमान में मुंबई में हैं, ने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि यह फिल्म न केवल उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। जब उन्हें यह खबर मिली, वे अपने गृह नगर आगरा में थे और उन्होंने बताया कि उन्होंने तब से मुस्कुराना बंद नहीं किया है। “जब खबर की घोषणा हुई, मैं अपने गृह नगर में था। फोन लगातार बज रहा था, मेरे दोस्तों और मीडिया के दोस्तों से कॉल आ रही थीं। फिर फिल्म के कास्टिंग डायरेक्टर रोमिल मोदी ने मुझे कॉल किया और कहा, ‘भाई, हम ऑस्कर में जा रहे हैं।’ यह जादुई क्षण था।”

ऑस्कर चयन पर विवाद

‘लापता लेडीज’ के चयन ने एक बड़ी बहस को जन्म दिया है। कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्यों पायल कपाड़िया की कान्स-विजेता ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ को नजरअंदाज किया गया। आलोचकों का मानना है कि ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ एक बेहतर फिल्म थी और उसे ऑस्कर के लिए भेजा जाना चाहिए था। हालांकि, स्पर्श इस विवाद से खुद को दूर रखते हुए फिल्म के चयन पर खुश हैं। उन्होंने कहा, “मैंने अभी तक ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ नहीं देखी है, लेकिन हमें इस बात पर खुश होना चाहिए कि हमारी फिल्म को चुना गया है और वह भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।”

फिल्म का कथानक और प्रदर्शन

‘लापता लेडीज’ की कहानी 2001 में एक काल्पनिक राज्य निर्मल प्रदेश में स्थापित है। फिल्म की कहानी दो दुल्हनों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो ट्रेन में गलती से बदल जाती हैं। एक को गलत दूल्हा घर ले जाता है, जबकि दूसरी को स्टेशन पर अकेला छोड़ दिया जाता है। यह फिल्म बिप्लब गोस्वामी की पुरस्कार विजेता कहानी पर आधारित है। फिल्म का निर्देशन किरण राव ने किया है और इसमें स्पर्श श्रीवास्तव के साथ-साथ नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, रवि किशन और छाया कदम भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।

फिल्म मार्च 2024 में रिलीज़ हुई थी और इसके रिलीज़ होने के बाद इसे दर्शकों और समीक्षकों से सराहना मिली। आलोचकों का मानना है कि फिल्म की कहानी सरल और हृदयस्पर्शी है, जिसमें ग्रामीण भारत की जमीनी सच्चाइयों को दिखाया गया है।

ऑस्कर की दौड़ में भारत का प्रतिनिधित्व

स्पर्श श्रीवास्तव के अनुसार, ‘लापता लेडीज’ का ऑस्कर में जाना न केवल फिल्म की टीम के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। “हमारे लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। हम सभी को यह जश्न मनाना चाहिए कि भारत एक बार फिर विश्व मंच पर अपनी छाप छोड़ने जा रहा है।”

स्पर्श ने आगे कहा कि वह मुंबई लौट आए हैं और अपनी टीम से मिलने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “मैं अब टीम से मिलकर खुशी बांटना चाहता हूं और किरण राव को एक बड़ा गले लगाना चाहता हूं।”

आलोचना का सामना

फिल्म के चयन पर हो रही आलोचनाओं के बारे में पूछे जाने पर स्पर्श ने कहा, “हर फिल्म की अपनी यात्रा होती है। हमें उस फिल्म का सम्मान करना चाहिए जिसे चुना गया है। ‘लापता लेडीज’ 2024 की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक है और यही बात दर्शकों ने भी साझा की है। हमें गर्व है कि यह फिल्म भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।”

‘लापता लेडीज’ के चयन पर विवाद के बावजूद, फिल्म की टीम और स्पर्श श्रीवास्तव फिल्म की इस उपलब्धि को लेकर बेहद खुश हैं। वह मानते हैं कि ऑस्कर तक का यह सफर फिल्म के लिए एक नया अध्याय है और इसे पूरी तरह से स्वीकार करना चाहिए। “जब हमें ट्रॉफी मिलेगी, तब हम असली जश्न मनाएंगे,” उन्होंने उत्साह के साथ कहा।

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