Priyanka Reddy Case: रात का अंधेरा…सुनसान सड़क, गाड़ी खराब… खौफजदा इंसान, मदद की पेशकश… और फिर हुआ हादसा…! जी हां, ऐसा ही कुछ गुरुवार देर रात हैदराबाद में हुआ। जिसे सूनकर हर किसी की रूह कांप उठी। ये वारदात 27 वर्षीय प्रियंका रेड्डी के साथ हुई। जो कि पेशे से पशु डॉक्टर थीं। गुरुवार के दिन को वे रोजाना की तरह अपने घर से स्कूटी पर सवार होकर टोंडुपल्ली टोल प्लजा के पास अपनी स्कूटी को पार्क करती हैं, और आगे का रास्ता एक कैब से करती हैं। शाम को जब ऑफिस का सारा काम ख्तम करके वे अपने घर के लिए निकली तो टोल प्लाजा पर उनकी स्कूटी उन्हें पंचर मिली। रात करीब 9:15 बजे का समय था, वहां पर स्कूटी ठीक करवाने के लिए कोई साधन नज़र नहीं आ रहा था। तो प्रियंका रेड्डी घबरा गईं।

बहन को किया फोन
खौफजदा प्रियंका ने अपनी बहन भाव्य को फोन किया। और कहा कि “उन्हें अकेले सड़क पर खड़ा होने में डर लग रहा है, अचानक से कुछ लोग दिख रहे हैं और ट्रक वैगरह लग गया है।” साथ ही प्रियंका ने अपनी बहन को ये भी बताया कि कुछ लोगों ने मदद की पेशकश की है और थोड़ी देर बाद कॉल करती हूं। जिसके बाद फोन को काट दिया गया। वहीं कुछ देर में जब कोई दोबारा कॉल नहीं आया तो बहन भाव्य ने प्रियंका को कॉल किया, लेकिन तब तक प्रियंका का फोन स्वीच ऑफ हो गया था। जिसके बाद परिवार वालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस की छानबीन के दौरान प्रियंका रेड्डी की अधजली लाश बरामद हुई। जिसके बाद पूरे देश में शोक और रोष का माहौल बना हुआ है।

तेलंगाना के गृह मंत्री का विवादित बयान
वहीं इस मामले पर तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली (Telangana Home Minister Mohd Mahmood Ali) ने कहा कि “हमें इस वारदात का दुख है, लेकिन पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है, दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षित होने के बावजूद उसने अपनी बहन को फोन किया, अगर वो 100 नम्बर पर फोन करती तो शायद बच जाती।”
बाद में दी सफाई
तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने कथित अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने हुए कहा कि “मैं वारदात से दुखी हूं। वह मेरी अपनी बेटी की तरह थी। दोषी को कड़ी सजा दी जाएगी। जब मैं उसके माता-पिता से मिला, तो मेरी आंखों से भी आंसू बह निकले।”
