जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) जो की धरती का स्वर्ग कहलाता है, वहां अनुच्छेद 370 हटने के बाद से आतंकवादी हमले बढ़ गए है। आतंकवादी गतिविधियां (Terror Activity) रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। वहीं बुधवार को काकपोरा (Kakapora) इलाके में आतंकवादियों ने एक नागरिक को मार डाला है। आतंकवाद द्वारा मारे गए नागरिक की पहचान छत्तीसगढ़ के सेठी कुमार सागर (Kumar Sagar) के रूप में हुई है, जो नेहामा में एक ईंट के भट्टे में काम कर रहा था। राजस्थान के एक ट्रक चालक द्वारा 14 अक्टूबर को शोपियां में आतंकवादियों द्वारा मारे जाने के बाद यह दूसरी नागरिक हत्या है।
आतंकवादी की खोज जारी
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) के काकपोरा इलाके में आतंकवादियों ने एक नागरिक की हत्या कर दी है। क्षेत्र को सेना द्वारा घेरा गया है और आतंकवादी की खोज की जा रही है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद राज्य के हालात में तेजी से सुधार हो रहा है। केन्द्र सरकार के साथ साथ देश का विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा भी घाटी के विकास के लिए काम किए जा रहे हैं।
पुलवामा में पहले भी हुआ था आतंकवादी हमला
पुलवामा (Pulwama) में पहले भी आंतकवादी हमला हो चूका है। पहले ये हमला वह के नागरिक पर नहीं सेना पर हुआ था। हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे और कई अन्य बुरी तरह घायल हो गये थे। जैश के आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी थी, जिसमें कम से कम 44 जवान शहीद हो गये थे। कुछ दिन पहले हरि सिंह हाइट स्ट्रीट के पास आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका था जिसकी वजह से 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

जम्मू-कश्मीर में हालत समान्य
राज्य सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल (Rohit Kansal) ने बताया कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में हालत बहुत तेज़ी से समान्य हो रहे है। वहां पर फ़ोन की सुविधा भी शुरू कर दी गयी है। बिना किसी रुकावट के अब पर्यटक जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में घूम सकेंगे। रोहित कंसल (Rohit Kansal) ने ये भी कहा कि ‘उद्योगपतियों को आतंकियों और अलगाववादियों से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के संविधान पर बदलाव के फैसले को लेकर 4 अगस्त से राज्य में पाबंदियां लागू की गई थीं। इस कदम से लोगों के जान-माल की सुरक्षा का लक्ष्य था, जो पूरा हुआ है।’
