### शेयर बाजार जोरदार बढ़ोतरी कर रहा है क्योंकि अर्थव्यवस्था झुकने से इनकार कर रही है। क्या यह 2025 में भी जारी रहेगा?
हाल के वर्षों में, विशेष रूप से 2023 में, शेयर बाजार ने एक मजबूत वृद्धि दर्ज की है। यह बढ़ोतरी सिर्फ आर्थिक संकेतकों की वजह से नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामान्य सुधार के कारण भी हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में, अमेरिका की अर्थव्यवस्था ने एक मजबूत आधार तैयार किया है। बाजार में उठाव साफ तौर पर दिख रहा है, और निवेशकों की उत्सुकता भी बढ़ी है।
पिछले कुछ दशकों में, अमेरिका के शेयर बाजार ने विभिन्न चरणों का सामना किया है – महंगाई, मंदी, और वैश्विक वित्तीय संकट। लेकिन, 2023 में आई तेजी ने एक नए अध्याय की शुरुआत की है। दरअसल, ट्रम्प प्रशासन के दौरान नीतियों का ऐसा सेटअप निर्मित हुआ जिसने कारोबारी वातावरण को अनुकूल बनाया। टैक्स कट, विनियामक सरलताएँ और आर्थिक प्रोत्साहन के कदमों ने व्यवसायों के लिए लाभदायक स्थितियाँ तैयार की हैं।
हालांकि, ऐसे सकारात्मक संकेतों के बावजूद, एक नई चिंता सामने आई है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में कई ऐसे तत्व हैं जो शेयर बाजार की स्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं। जैसे-जैसे 2024 का शुरुआती दौर नजदीक आ रहा है, महंगाई दर, ब्याज दरों में संभावित बदलाव, और भू-राजनीतिक तनावों जैसी चुनौतियाँ निवेशकों के लिए चिंतनीय साबित हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, यदि महंगाई दर बढ़ती है, तो केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों में बढ़ोतरी करनी होगी, जो कि उधारी की लागत को प्रभावित करेगी और अंततः कंपनियों की लाभप्रदता को भी।
वहीं, ग्रीनहाउस गैसों की संख्या और जलवायु परिवर्तन से संबंधित नीतिगत बदलाव भी व्यवसायों के लिए नए खतरों के रूप में सामने आए हैं। उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव और बाजार की अपेक्षाएँ भी हैं, जो कई उद्योगों को प्रभावित कर सकते हैं। इन सभी कारकों के कारण यह समझना आवश्यक है कि क्या वर्तमान बुल मार्केट 2025 तक जारी रहेगा।
एक बात स्पष्ट है, शेयर बाजार की भविष्यवाणी करना हमेशा एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। निवेशकों को सावधान रहकर निर्णय लेना चाहिए और मौजूदा रुझानों का बारीकी से विश्लेषण करना चाहिए। यदि ट्रम्प प्रशासन यह सुनिश्चित कर पाया कि स्थायित्व बना रहे, तो बाजार में वृद्धि की संभावनाएँ प्रबल हो सकती हैं।
बहरहाल, निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और अपने पोर्टफोलियो को विविधिकृत करना चाहिए। क्योंकि शेयर बाजार में लाभ की संभावनाएँ हमेशा होती हैं, लेकिन असंगतता और उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अंत में, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या शेयर बाजार की बढ़ोतरी 2025 तक जारी रह पाती है या फिर यह किसी नए आर्थिक परिवर्तन का सामना करती है।