### मेटा ने ट्रम्प के शपथ ग्रहण कोष को 10 लाख डॉलर दान किए
साल 2024 के राष्ट्रपति चुनावों की तैयारी जोरों पर है। इस बीच, मेटा (जिसे पहले फेसबुक के नाम से जाना जाता था) ने राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण कोष को 10 लाख डॉलर का दान दिया है। यह कदम न केवल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि इसके पीछे कई ऐतिहासिक और सामाजिक पहलू भी समाहित हैं।
मेटा के संस्थापक मार्क जकरबर्ग का ट्रम्प प्रशासन के साथ हमेशा से ही जटिल संबंध रहा है। ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान, मेटा और फेसबुक को उनकी नीतियों और विचारधारा पर कई बार आलोचना का सामना करना पड़ा। विशेषकर, 2020 के चुनावों में सामाचार प्रसारण और सूचना की अदला-बदली में मेटा के प्लेटफार्मों की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। ट्रम्प के समर्थकों और विरोधियों ने इन प्लेटफार्मों पर फेक न्यूज और पूर्वाग्रहित जानकारी के प्रसार का आरोप लगाया था।
हालांकि, मेटा का यह दान ट्रम्प के प्रति एक नए दृष्टिकोण का संकेत हो सकता है। यह पहला मौका है जब कंपनी ने सीधे तौर पर किसी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण कोष को इतनी बड़ी राशि दी है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि मेटा अपने व्यवसाय और राजनीतिक संबंधों को मधुर बनाने का प्रयास कर रहा है, जिसमें ट्रम्प के साथ सहयोग भी शामिल है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि मेटा का यह कदम ट्रम्प प्रशासन के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने की इच्छा का प्रतीक है। यदि भविष्य में ट्रम्प फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो ऐसे में मेटा को अपने प्लेटफार्मों पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों और विचारों के प्रति सहानुभूति दिखाना मेटा के लिए फायदेमंद हो सकता है, खासकर जब से उन्होंने बार-बार कहा है कि वे टेक कंपनियों पर सरकार के नियंत्रण की आवश्यकता को महसूस करते हैं।
हालांकि, मेटा को इस दान के नतीजों का भी सामना करना पड़ सकता है। कई सामाजिक कार्यकर्ता और प्रगतिशील विचारधारा के लोग इस दान को नकारात्मक रूप से देख रहे हैं। उनका मानना है कि मेटा समाज में विभाजन और नफरत को बढ़ावा दे रहा है। इसके अलावा, यह भी एक सवाल खड़ा कर रहा है कि क्या धन के जरिए राजनीतिक संबंधों को साधा जाना सही है या नहीं।
भविष्य में मेटा का यह दान किस दिशा में जाता है, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या यह केवल एक राजनीतिक स्टंट है या कंपनी वास्तव में अपने छवि में सुधार की कोशिश कर रही है, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन एक बात स्पष्ट है, मेटा और ट्रम्प के बीच का यह संबंध अब एक नई दिशा में बढ़ रहा है।