**ट्रम्प की योजना आईआरएस के ‘अतिक्रमण’ को समाप्त करने का क्या मतलब हो सकता है अमीर लोगों के ऑडिट के लिए — और बाकी सभी के लिए कॉल होल्ड के समय के लिए।**

डोनाल्ड ट्रम्प का निर्वाचन 2016 में अमेरिका में एक नया राजनीतिक आयाम लेकर आया। वह न केवल अपने गैर-पारंपरिक चुनावी अभियान के लिए जाने गए, बल्कि इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके प्रशासन का उद्देश्य हर स्तर पर अमेरिकी जनता के बीच करारोपण की धारणा को बदलना है। ट्रम्प प्रशासन की नई योजना ने भारतीय संगठनों में एक नई चर्चा को जन्म दिया है, जिसमें आईआरएस (इंटर्नल रेवेन्यू सर्विस) के ‘अतिक्रमण’ को समाप्त करने पर जोर दिया गया है।

आईआरएस का एक पुराना कर्तव्य रहा है जिसे वे ‘कर पुलिस’ की तरह मानते हैं। यह संस्थान करदाताओं की आय के अनुसार उनके करों का आकलन करता है। लेकिन ट्रम्प प्रशासन का मानना है कि इससे अधिकतर अमीरों के खिलाफ उग्रता आती है, जबकि यह आम जनता के खिलाफ अन्याय का कारण भी बनता है। उनका विचार है कि अमीरों की ऑडिट करने की प्रक्रिया को कम करने से आईआरएस का ध्यान आम करदाताओं की ओर भी बढ़ सकेगा, जिससे कर प्रणाली को अधिक निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया जा सकेगा।

एक विशेषज्ञ के अनुसार, यदि ट्रम्प की योजना सफल होती है, तो यह निश्चित रूप से अमीर लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी। आम लोगों के लिए हालांकि, इसमें कोई निश्चितता नहीं है। हालांकि, आईआरएस के अतिक्रमण को समाप्त करने का कोड केवल अमीरों को ही नहीं, बल्कि सामान्य करदाताओं को भी प्रभावित कर सकता है, जिसमें कर वसूली की प्रक्रिया में बदलाव भी शामिल होंगे। यह आदेश ओवरटाइम कॉल होल्ड के समय को भी छू सकता है, जिससे आम नागरिकों को बेहतर सेवा मिलेगी।

इसके अलावा, ट्रम्प का यह प्रयास अमेरिका में कर प्रणाली के आधार पर एक बड़ी बहस को जन्मा करता है। कर प्रणाली हमेशा से असमानता का एक साधन रहा है, जिसमें अमीर और गरीब के बीच का अंतर और बढ़ा है। क्या यह योजना वास्तव में कर प्रणाली में सुधार लाने में मदद करेगी? क्या यह उच्च आय वाले व्यक्तियों के लिए विशेष लाभ देने का प्रयास है? ये ऐसे प्रश्न हैं जो अभी भी अनुत्तरित हैं।

आईआरएस के कार्यों में बदलाव का मतलब सिर्फ यह नहीं है कि अमीरों के लिए कर वसूली में नरमी आएगी, बल्कि यह यह भी संकेत देता है कि सरकार की नजर में आम लोगों की मुश्किलों का समाधान करने के लिए प्रतिबद्धता है। ट्रम्प की टीम ने जो बदलाव लाने का संकेत दिया है, वो आने वाले समय में अमेरिका की कर प्रणाली के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रकट कर सकता है।

अंततः, ट्रम्प की योजना एक महत्त्वाकांक्षी दृष्टि को प्रदर्शित करती है, जिसमें उम्मीद की जा रही है कि कर प्रणाली को फिर से परिभाषित किया जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये योजनाएँ वास्तव में धरातल पर उतरती हैं, और अमेरिकी नागरिकों को कैसे प्रभावित करती हैं।