**ट्रंप गुरुवार को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज का उद्घाटन बेल बजाएंगे। यहां देखें उनके पहले कार्यकाल में शेयरों का प्रदर्शन कैसा रहा।**
डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति, ने अपनी पहली बार चुनने में राजनीतिक और आर्थिक जगत में काफी हलचल मचाई। अब जबकि ट्रंप गुरुवार को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) में उद्घाटन बेल बजाने जा रहे हैं, यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जो आर्थिक दृष्टिकोण से काफी चर्चा का विषय है।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका की शेयर बाजार में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। उनका प्राथमिक कार्यकाल 2017 से 2021 तक चला था, और इस दौरान सैंडपी 500 जैसे प्रमुख शेयर सूचकांकों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली। ट्रंप प्रशासन ने अपने कार्यकाल में कई आर्थिक नीतियों को लागू किया, जैसे कि बड़े पैमाने पर कर कटौती, विनियामक कमी, और व्यापार समझौतों में बदलाव। इन उपायों का सीधे तौर पर शेयर बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
ट्रंप के पहले कार्यकाल की शुरुआत के समय, जनवरी 2017 में, S&P 500 का स्तर लगभग 2,271 था। उनके कार्यकाल के अंत के करीब, जनवरी 2021 में, यह स्तर बढ़कर लगभग 3,700 तक पहुँच गया। यह वृद्धि दर्शाती है कि ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए एस एंड पी 500 में करीब 63% की वृद्धि हुई।
हालांकि, उनके कार्यकाल का अंत COVID-19 महामारी के आगमन से हुआ, जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया। महामारी के कारण शेयर बाजार में अस्थिरता आई, लेकिन ट्रंप की नीतियों के कारण रिकवरी दर में भी तेजी आई। उदाहरण के लिए, जब बाजार ने 2020 में रिकॉर्ड गिरावट का सामना किया, तो ट्रंप प्रशासन ने वित्तीय समर्थन पैकेजों की घोषणा की, जिसने बाजार को फिर से गति दी।
ट्रंप कार्यकाल के दौरान, तकनीकी शेयरों, जैसे कि एप्पल, अमेज़न, और फेसबुक, ने भी अभूतपूर्व वृद्धि दिखाई। ट्रंप की नीतियों ने अमेरिकी कंपनियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बढ़ावा देने में मदद की, जिनके परिणामस्वरूप कई कंपनियों का स्टॉक मूल्य बढ़ा।
यद्यपि उनके कार्यकाल में कई विवाद और आलोचनाएँ भी रही, विशेष रूप से उनकी आर्थिक नीतियों को लेकर, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने शेयर बाजार को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अब, जब ट्रंप फिर से NYSE में उद्घाटन बेल बजाने जा रहे हैं, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह किस तरह से अपनी आर्थिक नीतियों और रणनीतियों को फिर से आकार देते हैं। उनकी सफलता और असफलता का आकलन केवल उनके कार्यकाल से नहीं, बल्कि भविष्य के लिए उनके दृष्टिकोण पर भी निर्भर करेगा।
इसलिए, ट्रंप के उद्घाटन बेल बजाने के साथ ही, वित्तीय बाजारों और निवेशकों की निगाहें इस बात पर टिकी रहेंगी कि उनका अगला कदम क्या होगा।